एक एहसास गुदगुदाती है
तू आज भी है मेरा,
ये महसूस कराती है ।
तबज्जों रख कर
तेरे एहसास की सहगरमी को
लगा दिल के कोनो से
तुझे रोज याद करते हैं
है तु आज भी दिल में
ये हर पल महसूस करते हैं ।
हुए जब भी अकेले है
तेरी ही याद आई है
तेरे संग बीते हुए लम्हे
आँखो में आँसू भर लाई है।
मुहब्बत तो आज भी है तुझसे
बस तेरे लौट आने की ख़्वाहिश है
तेरी यादो की गहराई में डूबा है दिल
तुझे गले लगाने की ख़्वाहिश है
दरों -दीवार की हर रूकावटे
उतार फेकना है, मुझे तुम में जीना है
तुम्ही संग जीना मरना है
तेरे लौट आने की ख़्वाहिश है
बस मुझे तुमसे मुहब्बत है ।
-प्रीति कुमारी
4 टिप्पणियाँ
Bhuat acha h di dil ko chu gaya
जवाब देंहटाएंNice 👌👌👌👌😘😘😘
जवाब देंहटाएंGood.
जवाब देंहटाएंNice
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