मन गया, तन गया मेरा आबरू, जीवन गया प्यार था किसी और से हूँ ब्याहता किसी और की…
Read more »तु समझ सका मुझे बस उतना जितनी तुझे मुझसे जरूरत थी क्या अच्छा, क्या बूरा था मुझ…
Read more »अनकही दास्ता ये दिलो का जज़बात है तेरी मासुमियत, तेरी सादगी तेरी खूबसूरती का …
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