हौसला रख हार के बाद जीत है

कब तक टूटना है
मुझे कोई सहारा तो दे
अभी नाजुक सा सहमा सा पल है
खुदा कोई किनारा तो दे।

थक गया हूँ एक राह चलते चलते

एक उम्मीद पालते पालते
अभी तक मिली कोई मंजिल नहीं
खुदा एक और प्रयास का हौसला तो दे।

पाउ ना पाउ मरजी तेरी
करू लगन मन से ये हौसला रहे
जीत हार सब सह लू
बस रहे ना कमी लगन में कोई
इतना हौसला तो दे, खुदा हिम्मत तो दे।

कामयाबी के सितारे
कुछ मुझे भी बक्क्ष दे
कुछ खुशियां मुझे भी दे खुदा
थोड़े  हौसले भी दे ।

मेहनतकश राहो में
कुछ मेहनत की कमी है
या तू रूठा हैं मुझसे
या हौसलो की कमी है।

बनी रहे कामयाबी की उम्मीद
ऐसा हौसला देना ऐ खुदा
पा सकू उस जीत को
जो हर हार के बाद है ।

                         प्रीति कुमारी

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