कुछ दूरी बनी रहे तो ही अच्छा

करीब इतने ना आओ की
हम हैरान हो जाए
कर ले तुमसे मोहब्बत
और हम परेशान हो जाए।


झमेले इश्क़ के सहने नहीं हैं
मिले दिल, दिल में बसाए
साथ चले यादें बनाए
सब करके बिछड़ने नही है।

तकलीफों का बोझ
हमसे ना उठ पाएगा
सच कहते हैं यार
ये मोहब्बत का झमेला
अब हमसे ना सहा जाएगा।

उल्फते इश्क़ के नाम पर
लोग ठगते बहुत हैं
यादों के सायो में तन्हा कर
निकल लेते बहुत हैं।

कुछ दूरी बनी रहे तुमसे
वही अच्छा ......
साथ चले पर .......
जज़्बात ना बटे तो ही अच्छा ।

प्रीति कुमारी

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