जब एक लड़की शिक्षित होगी

आज़ाद समाज और दबे समाज का
अंतर नहीं सिखाते हो.............🥺
बेटी बाहर निकलेगी तो बिगड़ जाएगी।


अपनी कुंसित मानसिकता की वजह से
उसे नहीं पढ़ाते हो.........🥺🥺
आगे बढ़ने का राह मां _बाप होकर
तुम्हीं नहीं देते.......😔

फिर कहते हो बेटियां प्रतारित होती हैं ससुराल में,
और हाथ जोड़ते हो बसाने की खातिर,
जो लायक नहीं मर्सी के,
उससे मिन्नते हज़ार करते हो।

अपनी बेटी के जीवन को अपने
दकियानुसी सोच से ख़ुद ही बेकार करते हो।
ससुराल वाले तो बाद में गुनहगार है,
उससे पहले तो सजा के तुम ही हकदार हो ।

जब बनती है बेटियां तो मिन्नत नहीं करनी होती
शादी करनी हो या घर बसाना
किसी की गुलामी नही करनी होती,
मान तुम भी पाओगे बेटी के ससुराल में
और वो भी रानी बनकर जीवन बिताएगी,
विदाई विदाई की रट नहीं लगाकर ........
अगर तुम बेटी को पढ़ा कर योग्य बनाओगे।

एक लड़की शिक्षित होगी तो
घर समाज राज्य देश शिक्षित होगा,
ये पुरुष प्रधान समाज की गरिमा खंडित होगी,
जो जननी है वो कमजोर नहीं हो सकती,
बस उन्हें एक आज़ादी मिलने भर की देर है ।

🙏 पढ़ेगी कन्या तभी तो बढ़ेगी कन्या 🙏

प्रीति कुमारी

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