नारी ही जलती है

माना बहुत बुरी थी......🥺
पर जला क्यों दिया....😔


अजी सुनते हो कह कर बुलाती थी हमेशा
अरे बेरहम तुमने मार क्यों दिया।😔

छोड़ भी तो सकते थे, रिश्ता तोड़ भी तो सकते थे,
कहते हो मुंह लगाती थी एक ना सुनती थी ।

कम से कम तुम जैसी हैवान तो ना थी,
नकारा था बातो को तुम्हारे,
तुम्हें थप्पड़ तक नहीं मारा था।

वो नकार भी नहीं सकती
तुम जान से मार सकते हो।

उससे बुरे तो तुम हो ,😔
इंसानों की भेष में भेड़िया हो 🥺

खुद के अंदर झाको तब पता चलेगा
तुम कितने घटिया हो ।🤬

प्रीति कुमारी

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