छठी मईया

सजा के दौरा, सजा के खजुरू
जला के दिया,बुला रहे हैं
मईया तुम्हें अर्ग देने को
पानी में ठरिया दिये खड़े।

केला का धौड़ बड़ा चुनकर
ईख को चारों ओर सजाकर
हाथी, डलिया, सूप सजा कर
मईया तुम्हें बुला रहे हैं ।



छठी मईया आपके ही भरोसे
आस्था आपपे ही रखके 
व्रत किये है मईया
असरा लगा के मईया ।

असरा पूरा करी ए माई
मेरी मन्नत सूनी ये माई 
अर्ग स्वीकार करी ये माई 
ठरिया दिये खड़े हैं माई।

छठी मईया आई अंगना हमार
कदमों से करी घर पर उपकार
मईया हमपर उपकार 
करी माई हमर पूजा स्वीकार ।।

🙏छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏

                             -प्रीति कुमारी 







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